Tuesday, 28 January 2020

⚡Constitution Of Supreme God⚡

Constitution Of Supreme God

अगर हम भगवान के संविधान पर चले तो परमात्मा जो चाहे सो कर दे।

यजुर्वेद अध्याय 8 मंत्र 13 में प्रमाण है कि पूर्ण परमात्मा तो घोर पाप को भी नष्ट कर देता है शास्त्र अनुकूल सत Bhakti करने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी भी ठीक हो जाती है।

84 लाख योनि में मनुष्य को गधा कुत्ता बनकर कष्ट नहीं भोगने पड़ेंगे सत भक्ति से मनुष्य का जन्म मरण का रोग छूट जाता है।


नाचना गाना निंदा करना जुआ खेलना जीव हिंसा करना परस्त्री से अवैध संबंध बनाना रिश्वत लेना झूठ बोलना चोरी करना यह सब भगवान के संविधान के विरुद्ध है यह अपराध करने वाले मृत्यु के उपरांत नरक में जाकर घोर कष्ट उठाते हैं।


छुआछूत ऊंचा नीचा जाति पात मान बड़ाई किसी को छोटा समझना उस की जाति को गाली देना यह सब परमात्मा के विधान के खिलाफ है हम सब एक ही परमात्मा के बंदे हैं.

जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा
 हिंदू मुस्लिम सिख इसाई धर्म नहीं कोई न्यारा।

सबका मालिक एक है भगवान खुदा अल्लाह आदि नाम एक ही प्रभु के हैं। भगवान के बंटवारे तो लोगों ने कीये है जाति पति पर लोग लड़ रहे हैं यह जो हो रहा है वह भगवान के संविधान के खिलाफ है हम सब भाई भाई हैं सबने मिल जुल कर रहना चाहिए तभी भगवान प्रसन्न होंगे।



गरीब दास जी ने अपनी वाणी में बताया है की हुक्का पीने वाला शराब पीने वाला परस्त्री से अवैध संबंध बनाने वाले को कितना कष्ट भोगना पड़ता है।

गरीब, सोनारी जारी करे सुरा पान सौ बार। एक चिलम हुक्का भरे  डूबे काली धार ।। हुक्का हरदम पिवते लाल मिलावे धुर इसमें संशय है नहीं जन्म पिछले सूअर।।

इसका अर्थ है कि एक चिलम भर कर हुक्का पीने वाले को देने से भरने वाले को जो पाप लगता है वह सुनो एक बार परस्त्री गमन करने वाला एक बार शराब पीने वाला एक बार मांस खाने वाला पाप के कारण उपरोक्त कष्ट भोगता है। सौ स्त्रियों से भोग करें और 100 बार शराब पिए उसे जो पाप लगता है वह पाप एक चिलम भरकर हुक्का पीने वाले को देने वाले को लगता है।


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